"कितनी जल्दी ये मुलाकात गुजर जाती हैं, प्यास बुझती नहीं और बरसात गुजर जाती है! अपनी यादों को कहो यूं ना सताया करे , नींद आती नहीं और रात गुजर जाती हैं। !!''
हम तो मर जाएंगे तेरे प्यार में तेरा ही नाम लिख जायेंगे अपने अन्त काम में मुझे मत मारो अपनी नाराजगी से मुझे मत मारो अपनी नफरतों से मरना ही है तो मार दो मुझे अपने हुस्न की दिवानगी से देख लिया हु हाथो में कूम कूम तू अपनी माँ से बात करवा दे तेरी मां का दामाद बन जाऊ पापा को पा लागू और तेरी बाहों में मर जाऊ "दिमाग हैंग हो गया है तेरे प्यार में क्या बताऊं आपने ही हाथो में कूम कूम लिऐ प्यार का इजहार कर रहे थे रातों में !" कविता नही है तुम समझो तो आंखो में अंशु है ना समझो तो पानी है पर इसे कविता न समझो ये तो मेरी लाइफ की कहानी है।